इस कार्य क्रम में आयोजित कवि सम्मेलन में डॉ पटेल ने अपनी रचना 'तुम बिन सुनी सुनी ये गलियाँ कान्हा' प्रस्तुत किया गया था, और हिंदी मे "सोशल मीडिया पर हिन्दी का प्रभाव" आलेख भी प्रस्तुत किया गया था,
इस कार्य क्रम में गांधीनगर के हिन्दी प्रेमी एडवोकेट श्री कांति भाई पटेल भी उपस्थिति रहे थे, उनका भी सम्मान संस्था के द्वारा किया गया था!
डॉ गुलाब चंद पटेल को भारत वर्ष से आए हुए साहित्यकारों ने अभिनंदन दिया था